मौत का सन्नाटा
आज शहर के जिस गली और मोहल्ले में हम रहते हैं, वहाँ मौत का सन्नाटा पसरा हुआ है । यहाँ न कहीं शोर है और न ही कोई जीवन सब तरफ डरावना वातावरण बना हुआ है। डेढ़ हफ्ता पहले करोना वेव ll का ज्यादातर केस इसी इलाके से मिला तो यहाँ के प्रशासन ने चारों तरफ से घेर कर लॉकडाउन ही कर दिया । यह मोहल्ला इस शहर का सबसे बड़ा है और दूसरे मोहल्लों को सात रास्तों से जोड़ता भी है। इस समय सभी रास्तों को लम्बे बासों से अच्छी तरह से बाँध कर लोगों के जीवन का दायरा ही बाँध दिया गया है , जीवन की गति ही रोक दी गयी है। प्रशासन करोना को रोक पा रहे हैं कि नहीं पर यहाँ करोना के डर से लोग लगभग जीना ही छोड़ दिए हैं। विकास रूक सा गया है , आगे पता नहीं ?
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