खाते रहना - खाते रहना
मनुष्य खाना खाने के नाम पर पेट भर खाता है , दिल पर चोट लगने वाला गाली भी खाता है , शरीर पर चोट लगनेवाला लात भी खाता है , आपस में झगड़ा होने से घूँसा भी खाता है और तो और गलती करने पर थप्पड़ भी खा जाता है , अपने बड़ों से छोटे तो बात - बात पर मार खाते ही
रहते हैं ।
देखा जाए तो मनुष्य अपनी जिंदगी में कुछ न कुछ खाता ही रहता है । है न मजेदार बात खाते रहना - खाते रहना ।
😂😂😭
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